वर्ण बिचार ।। हिन्दी व्याकरण ।। Hindi grammar

                                      वर्ण विचार  

 
                  वर्ण और उच्चारण
 भाषा की  छोटी से छोटी ध्वनि को प्रकट करने वाले चिन्हों को वर्ण  कहते हैं

वर्ण भाषा की सबसे छोटी इकाई है   इसके टुकड़े नहीं हो सकते प्रत्येक भाषा में  बहुत से वर्णो    का प्रयोग होता है किसी भाषा के सभी वर्णो के समूह को उस भाषा की वर्णमाला कहते हैं

 हिंदी में वर्णमाला की संख्या 48 होती है

                     वर्णो के भेद

  *  स्वर
  *  व्यंजन
   * अयोगवाह

 स्वर

          जिन वर्णो का उच्चारण कराते समय वायु बिना रुकावट के मुंह से बाहर निकल आती है उसे स्वर कहते हैं

 हिंदी वर्णमाला के स्वर
                           अ, आ,इ,ई,उ,ऊ,ऋ,ए,ऐ,ओ,औ
 स्वरों के भेद
     ह्रस्व स्वर
    दीर्घ स्वर

 ह्रस्व  स्वर
                   जीन स्वरों के उच्चारण में कम समय लगता है  उन्हें हर्स्व स्वर्ग होते हैं। अ ,इ  ,उ  और ऋ ।
 दीर्घ स्वर
              जीन स्वरों के उच्चारण करते समय ह्रस्व स्वर से  अधिक समय लगता है उसे  दीर्घ  स्वर कहते हैं । आ ,ई ,ऊ ,ऐ ,ओ  और औ ।

* अ की मात्रा अलग से नहीं लगती बल्कि यह व्यंजन के साथ ही जुड़ी रहती है

 व्यंजन
           जीन वणो  का उच्चारण करते समय वायु थोड़ी रुकावट के साथ मुंह से बाहर आती है उसे व्यंजन कहते हैं
                   व्यंजनों के  भेद
 व्यंजनों के प्रकार दो आधार पर किए जाते हैं- स्पर्श के आधार पर और श्वास की मात्रा के आधार पर

 अयोगवाह
                  जो ध्वनि या न तो  स्वर  और न ही  व्यंजन उन्हें अयोगवाह कहते हैं।  ये तीन है
 * अनुस्वार
 * अनुनासिक
*    विसर्ग

present-perfect-tense-tense.

amazing facts part 1

 present continious tense
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